Saturday, May 18, 2024
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दूषित पानी के जलभराव से लोगों का जीना हो रहा मुश्किल


विनीत उपाध्याय
मथुरा(रिफाइनरी) ।
मथुरा जनपद के फरह ब्लाक के गांव धाना तेजा के नागरिकों का जहरीले गंदे जलभराव से जीना नर्क हो गया है। आए दिन कोई ना कोई घटना घटती रहती है। गांव में बुरी तरह डेंगू मलेरिया व अन्य खतरनाक बीमारियों ने अपना डेरा डाल लिया महिलाओं को आते जाते लकड़ी ईधन वह खेत पर जाते समय भारी मुश्किल का सामना करना पड़ता है वही जलभराव के रास्ते पर सरकारी पशु अस्पताल है जहां पर बीमार पशुओं को लाते समय आसपास के लोगों को जहरीले गंदे पानी में होकर निकलना पड़ता है वही रास्ते के पास में गहरा जलभराव का गड्ढा होते हुए कई बार पानी का अंदाजा ना रहते हुए लोग गड्ढे में गिर गए और बाल बाल बचे और करीब डेढ़ साल पहले एक 9 वर्षीय इकलौता बालक रास्ते का जलभराव का अंदाजा ना रहते हुए पानी के गंदे जहरीले गड्ढे में गिर गया जिसकी मौके पर ही मौत हो गई बड़ी मशक्कत के बाद लोगों ने निकाला।


आज तक जलभराब का निराकरण नहीं हो पाया ग्रामीणों का कहना है की इस जलभराव की शिकायत हम लोग जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी विकास खंड अधिकारी फरह उप विकास खंड अधिकारी व अपने बलदेव क्षेत्रीय विधायक सभी से गुहार लगा लगा कर थक गए हैं ना तो हमारी शिकायत यह लोग सुन रहे हैं ना ही हमारे गांव का मौजूदा प्रधान दिगंबर सिंह बही लोगों का कहना है की हमारी ग्राम पंचायत धना तेजा की ग्राम सचिव ममता पांडे हमें सालों से गुमराह करके चक्कर लगवा रही है और हमारी समस्या का कोई हल नहीं हो रहा है जब हम जाते हैं तो हमसे बोलती है कि मैं आपकी समस्या का हल करवा दूंगी पर कुछ खर्चा कर दो और जिन जिन गांव वालों को समस्या है वह मुझे चंदा करके पैसे दे दो फ्री में सचिव कोई किसी का कार्य नहीं करता है।


हमें जो कमीशन नहीं मिलेगी तब तक तुम्हारी समस्या को हल नहीं करेंगे जब तुम लोग मुझे कुछ दे दोगे मैं तभी गांव में आऊंगी और तुम्हारे पानी को निकलवा दूंगी लोगों का कहना है की इस जलभराव को निकलवाने के नाम पर पूर्व प्रधान व सचिव लाखों रुपए खा चुके हैं पर कोई हल नहीं हुआ.अबकी बार हम अपना वोट सोच समझ कर देंगे जब हमारी समस्याओं को कोई हल ही नहीं करता है तो हम वोट क्यों दें ग्रामीणों शासन प्रशासन के लिए अच्छा खासा आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर श्यामवीर चौधरी. श्रीकांत चौधरी.निबोरी लाल. लीला चौधरी. मुकेश चौधरी। रामदेव चौधरी. नारायण सिंह. नेत्रपाल. मीतराम सिंह. मांगे सिंह. सचिन सिंह. गंगा सिंह. कारे सिंह कलुआ सिंह व बहुत से ग्रामीण मौजूद रहे।

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