मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा और एनसीसीबीएम बल्लभगढ़ 1⁄4हरियाणा1⁄2 के मध्य एमओयू साइन हुआ है। इस एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को सीमेंट और निर्माण सामग्री व्यापार और रोजगार के बारे में जानकारी हासिल होगी।
बीते दिनों ही जीएलए के कुलसचिव अषोक कुमार सिंह और नेशनल काउंसिल फॉर सीमेंट एंड बिल्डिंग मैटेरियल्स 1⁄4एनसीसीबीएम1⁄2 के महानिदेशक डॉ. बीएन महापात्र के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। अब इसके माध्यम से विद्यार्थियों को सिविल के क्षेत्र में सीमेंट और निर्माण सामग्री से लेकर व्यापार सहित उद्योग अनुसंधान के बारे में बेहतर जानकारी प्राप्त हो सकेगी। इसके साथ ही बिल्डिंग मैटेरियल कंस्टंक्षन, कांक्रीट टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग डंॉइंग, वाटर सप्लाई, हाईवे इंजीनियरिंग, सर्वे आदि लैबों में विद्यार्थियों के प्रयोगात्मक ज्ञान को बढ़ावा मिलेगा।
सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर गोयल ने बताया कि इस एमओयू से बीटेक और एमटेक विद्यार्थियों को इंटर्नशिप प्रशिक्षण के अवसर मिलेंगे। अनुसंधान उद्देश्य के लिए प्रयोगशाला, पुस्तकालय, सॉफ्टवेयर एवं विभिन्न सुविधाओं के साथ-साथ अन्य घटक सामिग्री तैयार करने के बारे में जानकारी भी हासिल होगी।
प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने बताया कि देश विकास की ओर अग्रसर है। ऐसे में विद्यार्थियों को सड़क, हाईवे, पुल, ओवरब्रिज जैसे विनिर्माण के बारे में अत्यधिक जानकारी होना अतिआवश्यक है। इसलिए जरूरी है कि ऐसी जानकारियां विद्यार्थियों को विषेश वैज्ञानिकों के माध्यम से षिक्षा के साथ ही मिलें। इसीलिए यह एमओयू साइन हुआ है। एमओयू के माध्यम से उक्त कंपनी अथवा इंडस्टंी में विद्यार्थियों को भ्रमण एवं कार्यषाला और सेमिनार के माध्यम से तकनीकी षिक्षा हासिल होगी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, एसोसिएट डीन कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार षर्मा, एसोसिएट विभागाध्यक्ष डॉ. नकुल गुप्ता, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रर्थिता बसु आदि उपस्थित रहे।