Saturday, May 18, 2024
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राजीव इंटरनेशनल स्कूल में पृथ्वी संरक्षण सप्ताह का आयोजन

  • छात्र-छात्राओं ने मिट्टी बचाव अभियान का किया समर्थन


मथुरा। शिक्षा के साथ ही छात्र-छात्राओं को धरती में हो रहे व्यापक बदलावों से रूबरू कराने के लिए राजीव इंटरनेशनल स्कूल में इन दिनों पृथ्वी संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया गया है। पृथ्वी संरक्षण सप्ताह के पहले दिन ईशा फाउंडेशन के स्वयंसेवियों द्वारा छात्र-छात्राओं को मिट्टी क्षरण के दुष्परिणामों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें मिट्टी बचाने के उपाय भी बताए गए।


ईशा फाउंडेशन के स्वयंसेवियों ने छात्र-छात्राओं को सद्गुरु की 27 देशों से निकलने वाली मिट्टी बचाओ अभियान यात्रा की विस्तार से जानकारी दी। स्वयंसेवियों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु 21 मार्च को वैश्विक आंदोलन ‘सेव सॉयल’ को गति देने के लिए अपनी मोटरसाइकिल यात्रा पर निकल चुके हैं। वह 100 दिनों में 27 देशों की 30 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेंगे तथा अपनी यात्रा के दौरान सभी 27 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मिट्टी बचाने के लिए तत्काल नीतिगत कार्रवाई शुरू करने का आग्रह भी करेंगे।


स्वयंसेवियों ने छात्र-छात्राओं को बताया कि मौजूदा समय में जिस गति से मिट्टी का क्षरण हो रहा है, वह समूची दुनिया के लिए चिन्ता की बात होनी चाहिए। मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए प्रत्येक किसान को जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। दरअसल, धरती का क्षरण रोकना आने वाली पीढ़ी के लिए हम सबकी जिम्मेदारी है। राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र के माध्यम से मिट्टी के क्षरण को रोकने की प्रभावी नीतिगत कार्रवाई करने का आग्रह किया है।


आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि धरती में हो रहे मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए हर व्यक्ति को अधिकाधिक पौधरोपण की दिशा में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करने की जरूरत है। प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने कहा कि बिना उपजाऊ मिट्टी के कुछ भी सम्भव नहीं है। आज के समय में अच्छी फसल पाने के लिए किसान अधिकाधिक रासायनिक खाद का प्रयोग कर रहे हैं जबकि पहले की तरह जैविक खेती को बढ़ावा देकर न केवल अच्छी फसल प्राप्त की जा सकती है बल्कि मिट्टी के क्षरण को भी रोका जा सकता है। जैविक खेती से फसल उत्पादन में लागत भी कम आएगी। विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने छात्र-छात्राओं को मिट्टी के महत्व की जानकारी देने के साथ मिट्टी बचाओ अभियान को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।

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