मथुरा। एक श्रेष्ठ वह अच्छे शिक्षक में शिक्षक के गुण होना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसमें उपयुक्त सभी गुणों का होना आवश्यक है। जिस शिक्षक में उपयुक्त सभी गुण होंगे तो कहा जा सकता है कि वह अध्यापक कुशल और प्रभावशाली है। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा का शिक्षा संकाय (बीएड) ऐसे कुशल और प्रभावशाली शिक्षक तैयार करने के लिए पूर्ण प्रयासरत है। इसी कुशलता के चलते हाल ही में 93 प्रतिशत से अधिक बीएड छात्र-छात्राओं का चयन 12 से अधिक विद्यालयों में हुआ है।
जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय (बीएड) द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत विद्यार्थियों को बीएड के अंतिम सेमेस्टर पूर्ण होने से पूर्व ही आयोजित कैंपस प्लेसमेंट के माध्यम से विभिन्न जनपदों के सीबीएसई बोर्ड के प्रख्यात पब्लिक स्कूलों 93 प्रतिशत अधिक विद्यार्थियों में रोजगार दिलाया है। ठीक विगत् वर्षों की तरह ही प्लेसमेंट में मथुरा, आगरा, एटा, अलीगढ़, हाथरस, अलवर आदि जनपदों के विभिन्न सीनियर सेकण्डरी विद्यालयों के शिक्षा-विशेषज्ञों द्वारा छात्र व छात्राओं के शैक्षिक ज्ञान व अध्यापन कौशल की विभिन्न माध्यमों से परीक्षा ली और अपने विषय की आवश्यकता के अनुसार विद्याथियों का चयन किया।
प्लेसमेंट में रचना सिंह, आशीष अग्रवाल, प्रिया शर्मा, दीपशिखा शर्मा, महिमा सारस्वत, कोमल वार्ष्णेय, ज्योति पचेरा, मदन मोहन, पूजा, कुमारी पूजा, आभा जायस, गौरिका वर्मा, ज्योति खुराना, उत्तम पाण्डेय, दुर्गेश वर्मा, कुमारी विद्या, नेहा सिसोदिया, चंचल कुमारी, छवि यादव, वरूण प्रताप सिंह कुशवाह, पुनीत शर्मा, जया गुप्ता, शीतल शर्मा, पूर्णिमा पाण्डेय, राधा रानी, शिवांगी राय, मुस्कान गुप्ता, पूजा, कुमारी का चयन विभिन्न जनपदों के विख्यात कान्हा माखन ग्रुप ऑफ़ स्कूल, कान्हा माखन मिलेनियम, एसआरबीएस इंटरनेशनल स्कूल, बीजीबी एजुकेषन एकेडमी, विद्यास्थली पब्लिक स्कूल अलवर, होली पब्लिक स्कूल आगरा, लिटिल एंजिल सीनियर सेकण्डरी स्कूल आगरा आदि विद्यालयों में हुआ।
बीएड सत्र समाप्ति से पहले ही आत्मनिर्भरता प्राप्त करने पर छात्र-छात्राओं में ख़ुशी की लहर जाग गई। संकाय की प्राचार्या डाॅ. कविता वर्मा ने चयनित छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनायें दीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रत्येक पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट और सरकार भी सरकारी स्कूलों में चाहती है कि बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ-साथ कुशल और प्रभावशाली, जिसमें वेशभूषा, अच्छा स्वास्थ्य, उच्च गुणवत्ता, नेतृत्व शक्ति, धैर्यवान, विनोदप्रिय, उत्साह, आत्म-सम्मान जैसे संस्कार भी बच्चों को मिलें। ठीक उसी प्रकार जीएलए विश्वविद्यालय का शिक्षा संकाय अपने विद्यार्थियों को तैयार करता है। यही कारण है कि यहां से बीएड करने वाले विद्यार्थियों का चयन अध्ययन के दौर में बेहतर स्कूलों में हो जाता है।