Tuesday, May 7, 2024
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कोटेदारों की दुकानों के समीप राशन की कालाबाजारी, विभागीय अधिकारी मौन


नरेन्द्र सिंघल
छाता।
राशन कार्ड धारकों को सुविधाएं देने के लिए प्रदेश सरकार कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन राशन कार्ड उपभोक्ता चन्द पैसे के लालच में प्रदेश सरकार के आपूर्ति विभाग की सरकारी व्यवस्थाओं को चूना लगा रहे है। गुरुवार को ऐसा ही नजारा छाता तहसील के कस्बा कोसीकलां में राशन डीलरों की दुकानों एवं गलियों में घूम रहै ई रिक्शों पर देखने को मिला। जहां राशन उपभोक्ताओं को चन्द पैसों का लालच देकर राशन डीलरों की मिलीभगत से राशन माफियाओ के कर्मचारी सरकारी राशन के चावल की खरीद फरोख्त करते नजर आये।


स्थानीय लोगों की मानें तो सरकारी राशन की खरीद फरोख्त राशन माफियाओं के द्वारा बड़े पैमाने पर सरकारी अधिकारियों एवं स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से किया जा रहा है। जिसका नुकसान आपूर्ति विभाग ही नहीं बल्कि उन गरीब कार्ड धारकों को हो रहा है जिन्हें सरकार के द्वारा राशन दिए जाने के लिए कार्ड उपलब्ध कराया गया है।
कोसीकलां कस्बा ही नहीं बल्कि आसपास के गाँव मे राशन बाटने के निर्धारित समय और तारिक के अनुसार राशन की दुकानों के आसपास राशन माफियाओं के कर्मचारी तैनात हो जाते है। जो कि पेसो का लोभ देकर गरीब की रोटी छीनने पर मजबूर कर रहा है। इस बारे में जब छाता आपूर्ति अधिकारी मोहनप्रकाश उपाध्याय से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकारी राशन के कट्टों में अगर राशन पाया जाता है तो कार्यवाही की जाएगी।


वही जांच के दौरान कोई राशन उपभोक्ता राशन लेकर राशन बेचता पाया गया तो उसका कार्ड रद्द किया जाएगा। लेकिन बात उन माफियाओं की है जो सरकारी राशन को खरीद कर आर्थिक लाभ कमाने के उद्देश्य से अन्य राज्यों की मिलो में राशन के चावल की सप्लाई कर रहे है। क्या विभाग ऐसे लोगो पर कार्यवाही कर सकेगा या फिर प्रदेश सरकार का आपूर्ति विभाग मोंन बना हुआ होकर राशन माफियाओं की बल्ले बल्ले कराता रहेगा।

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