Thursday, April 25, 2024
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युवा छोटे और मझोले उद्योग खोलकर बनें आत्मनिर्भरः महेश शर्मा

  • राजीव एकेडमी में उद्यमिता जागरूकता शिविर आयोजित


मथुरा। सच्ची राष्ट्रीयता देश में उद्योग एवं उद्यमियों के विकास में ही समाहित है। युवा पीढ़ी को नौकरी के पीछे भागने की बजाय छोटे और मझोले उद्योग खोलकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर होना चाहिए। यह बातें महेश शर्मा निदेशक एम.एस.एम.ई. ने राजीव एकेडमी फॉर टेक्नोलॉजी एण्ड मैनेजमेंट में आयोजित उद्यमिता जागरूकता शिविर में बीबीए और बीएससी के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को बताईं।

श्री शर्मा ने एण्टरप्रिन्योरशिप अवेयरनेस कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को बताया कि सरकार सक्षम, लघु व मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार की मंशा है कि युवा पीढ़ी नौकरी के पीछे भागने की बजाय सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर बने। श्री शर्मा ने छात्र-छात्राओं को एम.एस.एम.ई. द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों में प्रदूषण लेवल न के बराबर होता है इससे हम पर्यावरण प्रदूषण पर भी नियंत्रण पा सकते हैं।


श्री शर्मा ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों की स्थापना हेतु युवाओं को कई तरह की सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। युवाओं को इन सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए। उद्यमिता जागरूकता शिविर में एम.एस.एम.ई. की सतविन्दर कौर ने छात्र-छात्राओं को औद्योगिक सफलता हासिल करने के साथ ही कुशल प्रबंधन के गुर सिखाए तथा आह्वान किया कि वे स्वरोजगारी एवं रोजगार प्रदाता बनने की तरफ ध्यान दें। उन्होंने कहा कि आज के समय में कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो बेरोजगार हो। प्रत्येक व्यक्ति के अंदर प्रतिभा छुपी हुई है, सिर्फ उसे अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है। कौर ने छात्र-छात्राओं से उद्यमिता के अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान किया।


आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि बिना उद्यमिता विकास के कोई भी देश अपना नियोजित तथा तीव्र आर्थिक विकास नहीं कर सकता। उद्यमिता विकास द्वारा ही गरीबी, बेरोजगारी, धन की विषमता, कम उत्पादकता, निम्न जीवन-स्तर आदि से छुटकारा पाया जा सकता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि वास्तव में उद्यमिता ही आर्थिक समृद्धि का प्रमुख आधार है। अंत में संस्थान के निदेशक डॉ. अमर कुमार सक्सेना ने एम.एस.एम.ई. के निदेशक महेश शर्मा तथा सतविन्दर कौर का छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शन देने के लिए आभार माना।

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