Wednesday, May 8, 2024
Homeशिक्षा जगतसफलता के लिए समय पर सही लक्ष्य निर्धारण जरूरीः मोहंती

सफलता के लिए समय पर सही लक्ष्य निर्धारण जरूरीः मोहंती

राजीव इंटरनेशनल स्कूल में हुई करिअर कॉउंसलिंग पर कार्यशाला

मथुरा। हर इंसान अपने जीवन में सफल होना चाहता है लेकिन सफलता सभी को नहीं मिलती। जीवन में यदि हमें सफलता हासिल करनी है तो सबसे जरूरी है, समय से लक्ष्य का निर्धारण कर, उसे हासिल करने के ईमानदार प्रयास किए जाएं। असफलता यही सिद्ध करती है कि हमने सफलता के लिए सही मन से प्रयास नहीं किए। यह बातें बुधवार को राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित करिअर कॉउंसलिंग कार्यशाला में ऋषिहुड यूनिवर्सिटी, सोनीपत (हरियाणा) के जनरल मैनेजर सैलजा प्रसाद मोहंती ने सीनियर सेकेण्ड्री के छात्र-छात्राओं को बताईं।
श्री मोहंती ने कहा कि आज के समय में किसी भी क्षेत्र में रोजगार की कमी नहीं है। कमी है तो खुद को उसके अनुसार तैयार नहीं करने की। अगर हम अपनी रुचि को पहचान कर आगे बढ़ें तो सफलता निश्चित तौर पर मिलेगी। करिअर कॉउंसलिंग में बेनेट विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर देवव्रत बराल ने छात्र-छात्राओं से कहा कि भविष्य में उन्हें क्या बनना है, इसका निर्णय स्वयं लेना होगा। उन्होंने कहा कि लक्ष्य कितना भी बड़ा हो यदि हम सकारात्मक सोच के साथ पूरी तन्मयता से मेहनत करें तो सफलता सुनिश्चित है। श्री बराल ने छात्र-छात्राओं से अपनी पसंद का जीवन जीने के लिए सही करिअर चयन की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं न्याय के क्षेत्र में भी करिअर बनाने का फैसला ले सकते हैं।
आर.के. एज्यूकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. रामकिशोर अग्रवाल ने अपने संदेश में कहा कि करिअर किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण पहलू है। आज के समय में प्रत्येक विद्यार्थी अपने स्वर्णिम करिअर को लेकर फिक्रमंद रहता है लेकिन सफलता उसे ही मिलती है जोकि पूरी ईमानदारी के साथ अपने लक्ष्य प्राप्ति की कोशिश करता है। डॉ. अग्रवाल ने कहा कि पढ़ाई हो या फिर करिअर का चुनाव, युवा पीढ़ी को यह ध्यान में रखना होगा कि आज का दौर प्रतिस्पर्धा का है।
प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल ने राजीव इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित करिअर कॉउंसलिंग कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में बेहतर करिअर के असीमित विकल्प हैं, छात्र-छात्राएं धैर्य, विवेक, समझ और निष्पक्ष निर्णय के बल पर किसी भी क्षेत्र में आसानी से सफलता हासिल कर सकते हैं। कार्यशाला के अंत में विद्यालय की शैक्षिक संयोजिका प्रिया मदान ने अतिथि वक्ताओं को स्मृति चिह्न भेंटकर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करने के लिए उनका आभार माना।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments