Monday, April 29, 2024
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स्टार वायर इंडिया ने चंद्रमा के बाद सूर्य से भी नाता जोड़ा

मथुरा। देश ही नहीं विदेशों तक में अपनी धाक जमाने वाली कंपनी स्टार वायर इंडिया ने चंद्रमा को चूमने के बाद अब सूर्य से भी नाता जोड़ लिया है। यह कंपनी चंद्रमा की शीतलता का लुफ्त लेने के बाद अब सूर्य की गर्माई का भी आनंद लेगी।
     आदित्य एल-1 की सफल लॉन्चिंग में इसरो के साथ-साथ स्टार वायर इंडिया का भी योगदान है इसे नकारा नहीं जा सकता। क्योंकि चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 में जो स्टील का प्रयोग किया गया था वह स्टार वायर इंडिया की ही देन है। अंतरिक्ष में जाने वाले राकेटों के लिए यह खास स्टील स्टार वायर इंडिया कंपनी के वैज्ञानिकों द्वारा अनुसंधान के बाद तैयार की जाती है।
     इसरो से स्टार वायर इंडिया का करार है जिसके तहत अंतरिक्ष में जाने वाले सभी राकेटों का कवच व अन्य सामान उन्हीं के यहां तैयार की गई खास स्टील का होता है। स्टार वायर इंडिया द्वारा इतनी अच्छी क्वालिटी की स्टील इसरो को निर्यात किए जाने के लिए इसरो के डिप्टी डायरेक्टर द्वारा पत्र लिखकर स्टार वायर इंडिया के अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता व पूरी टीम को चंद्रयान-3 की सफलता के बाद धन्यवाद दिया जा चुका है।


     उल्लेखनीय है कि स्टार वायर इंडिया कंपनी फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में स्थित है। महावर वैश्य समाज की विभूति सेठ सीताराम गुप्ता इसके संस्थापक हैं। उन्होंने लगभग पांच दशक पूर्व इस कंपनी की स्थापना की थी। सेठ सीताराम जी वर्तमान अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता के पिता हैं।
     ज्ञात रहे स्टार वायर इंडिया कंपनी की धाक न सिर्फ देश में वल्कि विदेशों तक में है। ब्रह्मोस मिसाइल का पूरा ढांचा इसी कंपनी में तैयार किया गया है। यही नहीं एशिया में सबसे पहले बुलेट प्रूफ कार व बुलेट प्रूफ जैकेट इसी कंपनी में बननी शुरू हुई थीं। आज भी इस कंपनी में बनी बुलेट प्रूफ जैकेट भारी मात्रा में विदेशों में निर्यात की जाती हैं। इस कंपनी में हवाई जहाज, रेल, सेना आदि के लिए तमाम सामान की सप्लाई की जाती है।
     सेठ सीताराम गुप्ता मथुरा से जुड़े हुए हैं। उनकी ससुराल मंडी रामदास स्थित बिन्दीमल श्रीनाथ शोरा वालों के यहां है तथा स्वतंत्रता सेनानी एवं समाजसेवी लाला नवल किशोर गुप्ता उनके मौसा जी हैं। सेठ सीताराम गुप्ता आज 91 वर्ष की उम्र में भी सक्रिय हैं। उनकी दानशीलता किसी से छिपी नहीं है। वे अंतर्मुखी तथा प्रसार प्रचार से दूर रहने वाले दुर्लभ स्वभाव के व्यक्ति हैं।
     चंद्रयान- 3 व आदित्य एल-1 की सफलता के बाद सेठ सीताराम गुप्ता व कंपनी के अध्यक्ष महेंद्र कुमार गुप्ता को चारों ओर से बधाइयां मिल रही हैं। लोगों का कहना है कि सेठ सीताराम द्वारा देश की जो सेवा की जा रही है वह बेमिसाल है। वे देश की शान हैं, ईश्वर उन्हें शतायु करें।

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