Saturday, April 27, 2024
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राजीव इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव संस्कृति-2024 में बही सतरंगी छटानन्हे-मुन्नों ने लगभग चार घंटे करतल ध्वनि के बीच प्रस्तुत किए मनमोहक कार्यक्रम

  • जिला सत्र न्यायाधीश आशीष गर्ग ने छात्र-छात्राओं की प्रतिभा-कौशल को सराहा

मथुरा। शनिवार की शाम राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं के नाम रही। स्कूल के वार्षिकोत्सव संस्कृति-2024 में छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रप्रेम, राष्ट्र विकास से जुड़े मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर गणमान्य न्यायविदों, विशिष्ट जनों तथा अभिभावकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वार्षिकोत्सव का शुभारम्भ जिला सत्र न्यायाधीश मथुरा आशीष गर्ग, उनकी धर्मपत्नी निधि गर्ग तथा आरआईएस के चेयरमैन मनोज अग्रवाल द्वारा विद्या की आराध्य देवी मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर छात्राओं ने गणेश वंदना प्रस्तुत की।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव संस्कृति-2024 में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बदलते भारत की ऐसी तस्वीर पेश की जिसे देखकर लगभग चार घण्टे तक के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल का आडिटोरियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। नन्हें-मुन्ने बच्चों ने अलादीन का चिराग, स्नोव्हाइट, डिज्नीलैंड जैसे कार्यक्रमों से जहां सभी का मन मोहा वहीं छात्र-छात्राओं ने आत्मनिर्भर भारत, कैंसर जागरूकता जैसे कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया।


देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले के जीवन संघर्ष को दर्शाने के साथ-साथ विद्यार्थियों ने खेल के नए-नए करतब दिखाकर सभी को दाँतों तले उँगली दबाने पर विवश कर दिया। छात्र-छात्राओं ने कश्मीर कार्यक्रम के माध्यम से अनुच्छेद 370 से पहले एवं बाद वाले कश्मीर के परिदृश्य का चित्रण करते हुए सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया। महाभारत कार्यक्रम से दर्शकों में वीर रस का संचार करते हुए उन्हें गीता का सार समझाया। गुरुकुल कार्यक्रम के माध्यम से प्राचीन काल एवं आधुनिक काल की शिक्षा पद्धति पर प्रकाश डाला गया। एक तरफ इसरो कार्यक्रम के माध्यम से भारत की चंद्रयान जैसी अभूतपूर्व उपलब्धियों के बारे में बताया गया तो दूसरी ओर देशभक्ति नृत्य
प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने अपने बेहतरीन कार्यक्रमों के जरिए यह बताया कि राजीव इंटरनेशनल स्कूल सिर्फ शिक्षा ही नहीं सामाजिक और राष्ट्रीय विचारधाराओं से भी गहरा ताल्लुक रखता है। अधिकांश कार्यक्रमों में राष्ट्रीय महानायकों के कृतित्व, नारी सशक्तीकरण, चिकित्सा, विज्ञान तथा राष्ट्र विकास की झलक दिखी। राजीव इंटरनेशनल स्कूल की उपलब्धियों का वार्षिक प्रतिवेदन विद्यालय की शैक्षिक समन्वयक प्रिया मदान ने प्रस्तुत किया।
राजीव इंटरनेशनल स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह के मुख्य अतिथि जिला सत्र न्यायाधीश मथुरा आशीष गर्ग, उनकी धर्मपत्नी निधि गर्ग, विशिष्ट अतिथियों एडीजे नितिन पांडेय, एडीजे पूनम पाठक, एडीजे पल्लवी, एडीजे नीरू शर्मा, जिला कमाण्डेंट होमगार्ड्स मथुरा डॉ. शैलेन्द्र प्रताप सिंह, सीनियर आडिटर मथुरा अदिति तथा महाप्रबंधक अरुण अग्रवाल आदि का स्वागत आर.के. ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा आरआईएस के चेयरमैन मनोज अग्रवाल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि जिला सत्र न्यायाधीश आशीष गर्ग ने राजीव इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाया तो दूसरी तरफ स्कूल प्रबंधन की भी मुक्तकंठ से प्रशंसा की। जिला न्यायाधीश श्री गर्ग ने कहा कि आज 40 साल बाद उन्हें अपना छात्र जीवन याद आ गया है। बच्चों ने जितने भी कार्यक्रम पेश किए वे सब के सब अच्छे हैं। उन्होंने इसके लिए आरआईएस के शिक्षकों की प्रशंसा की और कहा कि वाकई यहां किताबी ज्ञान ही नहीं बच्चों को करियर से जुड़े पहलुओं से भी अवगत कराया जा रहा है। जिला न्यायाधीश श्री गर्ग ने छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत कैंसर कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इसमें बहुत बड़ा संदेश छिपा है। इस अवसर पर श्री गर्ग ने अपने बचपन के संस्मरण सुनाए तथा सभी छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।


मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज अग्रवाल ने अतिथियों और अभिभावकों का अभिनंदन करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता तथा महत्ता को प्रमुखता देते हुए बच्चों को संस्कारित करना है। श्री अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य जीवन में संस्कारों का बहुत महत्व है। बच्चे का जीवन और मन कोरे कागज की तरह होता है। हम कोरे कागज पर जैसा भी लिखना चाहें वैसा लिख सकते हैं। राजीव इंटरनेशनल स्कूल में प्रवेश के बाद से ही बच्चे की रुचि पर ध्यान देते हुए उसमें अच्छे संस्कार डालने की कोशिश की जाती है। वार्षिकोत्सव समारोह में के.डी. मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के डीन डॉ. आर.के. अशोका, के.डी. डेंटल कॉलेज के डीन डॉ. मनेष लाहौरी, जीएल बजाज ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी, विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य, बड़ी संख्या में शिक्षक तथा अभिभावक उपस्थित रहे।

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