वृंदावन। श्री बाँकेबिहारी मंदिर में शरदपूर्णिमा के अवसर पर 20 अक्टूबर को ठाकुरजी मोर मुकुट और कटि काछिनी धारण धारण करेंगे। सोने और चांदी के सिंहासन पर विराजमान होंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने ने एक-एक घंटे प्रात:कालीन सेवा और सायंकालीन सेवा में बढा दिया है।
श्री बाँकेबिहारी मंदिर के सहायक प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया कि शरद पूर्णिमा के अवसर पर 20 अक्टूबर को श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए दो अधिक अधिक समय तक खुलेंगे। इस कारण श्री बाँकेबिहारी महाराज की आरती के समय में भी बदलाव किया गया है।
उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन के आदेश के अनुसार 30 सितंबर 2021 के अनुपालन में शरद पूर्णिमा के दिन राजभोग यानि प्रात:कालीन सेवा एवं शयन भोग यानि सायंकालीन सेवा में एक-एक घंटे मंदिर के पट खुलने का समय बढ़ाया गया है। दिन में दो घंटे अधिक मंदिर खुलने के कारण आरती के समय में भी परिवर्तन किया गया है। शरदपूर्णिमा के दिन दोपहर में राजभोग आरती 11.55 के स्थान पर 12.55 बजे होगी और रात्रि में होने वाली शयनभोग आरती रात्रि 9.25 के स्थान पर 10.25 बजे होगी।