मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के प्रबंधन संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रूबी सिंह और डॉ. शाहबाज खान की पुस्तक ‘‘इंटरनेशनल एचआरएम‘‘ का विमोचन सांसद हेमामालिनी ने किया है। विमोचन के दौरान पुस्तक का अध्ययन कर सांसद ने सभी लेखकों द्वारा लिखे शीर्षक की सराहना की।
सांसद ने कहा कि जीएलए विश्वविद्यालय के संकाय ने एक सराहनीय कार्य किया है। यह पुस्तक एक बहुत ही ज्वलंत विशय पर लिखी गई है और आज के परिवेश में नई पीढ़ी को बहुत अच्छी तरह से शिक्षित करेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि शिक्षकों को पढ़ाने के साथ-साथ लेखन में भी रुचि होनी चाहिए। इससे शिक्षक के मानसिक विकास का रास्ता खुलता है और शिक्षक को भी अपने ज्ञान को पुस्तक रूप में बांटना चाहिए।
‘‘इंटरनेशनल एचआरएम‘‘ पुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. रूबी सिंह ने बताया कि इस पुस्तक में सह-लेखक बालमंद विश्वविद्यालय दुबई के डॉ. जसिंता डिसिल्वा और तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी आईपीएस डॉ. प्रतीप वी फिलिप का सहयोग सराहनीय रहा है। इन सभी के सहयोग से क्रिसेंट पब्लिशिंग कॉरपोरेशन द्वारा पुस्तक प्रकाशित हुई। यह पुस्तक वर्तमान परिदृश्य में इंटरनेशनल ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट 1⁄4आईएचआरएम1⁄2 प्रथाओं के लिए एक मजबूत आधार बनाने के लिए सभी छात्रों, प्रशिक्षकों और अंतर्राष्टंीय मानव संसाधन प्रबंधन पेशेवरों के लिए व्यापक मार्ग प्रशस्त करने के लिए बेहतर साबित होगी।
प्रबंधन संकाय के निदेशक प्रो. अनुराग सिंह ने विभाग के शिक्षकों की पुस्तक के विमोचन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रबंधन के क्षेत्र में यह पुस्तक छात्रों का बेहतर मार्ग प्रशस्त करने में अग्रणी भूमिका निभाएगी। डीन कंसलटेंसी एवं प्रबंधन संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. सोमेश धमीजा ने बताया कि इस पुस्तक का उद्देश्य अंतरराष्टंीय एचआरएम के सैद्धांतिक अवधारणाओं के साथ ही व्यावहारिक जानकारी प्रदान करना और अंतरराष्टंीय एचआरएम में नए विकास के रणनीतिक दृष्टिकोण विकसित करना है।