Monday, April 29, 2024
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शोध को नवीन परिकल्पनाएं बनाती हैं विशिष्टः डॉ. गगनदीप कौर


के.डी. डेंटल कॉलेज में अनुसंधान पद्धति पर हुई कार्यशाला


मथुरा। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल में सोमवार को अनुसंधान पद्धति पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की मुख्य वक्ता डॉ. गगनदीप कौर ने छात्र-छात्राओं को बेहतर शोध के तरीके बताते हुए कहा कि अनुसंधान पद्धति शोध समस्या को व्यवस्थित रूप से हल करने का विज्ञान है। उन्होंने कहा कि नवीन परिकल्पनाएं ही किसी शोध को विशिष्ट बनाती हैं।


के.डी. मेडिकल कॉलेज-हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के सामुदायिक चिकित्सा विभाग में कार्यरत डॉ. कौर ने अपने उद्बोधन में छात्र-छात्राओं से कहा कि शोध की दिशा में पहला कदम अनुसंधान की मूल बातों को समझना होता है क्योंकि यह पद्धति ही अनुसंधान को एक वैज्ञानिक आधार देती है। अनुसंधानकर्ताओं का मुख्य उद्देश्य अपने अनुसंधान के क्षेत्र से संबंधित मूल विचारों को एक नया और विशिष्ट आयाम देना होता है। सच कहें तो अनुसंधान के क्षेत्र में नैतिक सिद्धांत ही अनुसंधान को नूतन परिप्रेक्ष्य प्रदान करता है लिहाजा शोधकर्ताओं को मूल अनुसंधान सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।


डॉ. कौर ने छात्र-छात्राओं से कहा कि किसी भी शोध में अपने क्षेत्र से जुड़ी नवीन परिकल्पनाओं पर सदा बल देना चाहिए। नई परिकल्पना, शोध के नए रुझानों की तलाश तथा शोध को नया धरातल देना ही अनुसंधान का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। इतना ही नहीं शोध में त्रुटियों की सीमा कितनी है और कितनी विविधताओं की अनुमति है, इसे भी हमेशा ध्यान में रखा जाना चाहिए। के.डी. डेंटल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के डीन और प्राचार्य डॉ. मनेष लाहौरी ने कहा कि शोधकर्ताओं को सत्यता, गोपनीयता तथा शोध से जुड़े लाभ के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। उन्होंने फेब्रिकेशन, ओवरलैपिंग और सेगमेंट के बारे में भी जानकारी दी।


डॉ. लाहौरी ने कहा कि स्पष्ट दृष्टि और ठोस कार्ययोजना ही उत्कृष्ट शोध को जन्म देती है। पीएचडी एक स्थिर प्रक्रिया है, जहां शोधकर्ता को निरंतर तरीके से काम करते रहना पड़ता है। व्याख्यान के बाद डॉ. गगनदीप कौर और डॉ. मनेष लाहौरी ने छात्र-छात्राओं से बातचीत की और अनुसंधान पद्धति से जुड़े उनके प्रश्नों के उत्तर भी दिए। कार्यशाला में स्नातक तथा सभी शाखाओं के स्नातकोत्तर छात्र-छात्राएं और दंत महाविद्यालय के सभी संकाय के प्राध्यापकों ने भाग लिया। कार्यशाला का उद्देश्य अच्छे शोध कार्य के लिए छात्र-छात्राओं को बुनियादी ज्ञान प्रदान करना था। सत्र बहुत ही संवादात्मक था। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. लाहौरी ने कहा कि भविष्य में अनुसंधान में उपयोग की जाने वाली विभिन्न सांख्यिकीय प्रक्रियाओं पर अंतरदृष्टि प्रदान करने की कोशिश की जाएगी।


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