मथुरा। बृज के मंदिरों में बंसत पंचमी से ही होली का शुभारंभ हो चुका है। दुनिया की अनोखी बृज की होली की पंरपराओं निर्वहन होने का सिलसिला मंदिरों में शुरू हो गया है। इसी कड़ी में 16 फरवरी पूर्णिमा के दिन शयन के दर्शन बेला में होली का ढाडा गढ़ेगा और इसके अगले दिन 17 फरवरी के दिन से ब्रज के सुप्रसिद्ध रसिया का गायन का शुभारंभ हो जाएगा।
पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश महाराज के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया मंदिर के गोस्वामी बृजेश कुमार महाराज के आदेशानुसार और मंदिर के गोस्वामी डॉ वागीश कुमार महाराज कांकरोली युवराज के निर्देशानुसार मंदिर में होली के कार्यक्रमों का निर्धारण हुआ है।
निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार कल 16 फरवरी को सायंकाल शयन के दर्शन खुलने के पश्चात होली का ढाडा गढ़ेगा और 17 फरवरी को प्रात: काल राजभोग के दर्शन में सुबह 10 बजे से 11 बजे तक प्रतिदिन ब्रज के सुप्रसिद्ध रसियाओ का गायन होगा। इसी दौरान विभिन्न मनोरथो का आयोजन होगा, जिसमें कुंज भरी एकादशी बगीचा में होली और ढोल महोत्सव आदि सभी कार्यक्रमों का भव्य आयोजन होगा।