Wednesday, May 8, 2024
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मथुरा: गोतस्करों और गोरक्षकों के बीच हुई फायरिंग, गायों से भरा कैंटर पलटा, 11 की मौत

मथुरा में गोतस्करों का पीछा करते हुए शुक्रवार की रात गोरक्षकों की मुठभेड़ हो गई। बताया जा रहा है कि गोतस्कर एक कैंटर में 17 गायों को भरकर राजस्थान की ओर तस्करी के लिए ले जा रहे थे। तस्करों ने बचने के लिए फायरिंग भी की। इस दौरान कैंटर करहला मोड़ पर पलट गया। मौके पर 11 गाय मर गईं, जबकि छह को माताजी गोशाला बरसाना भेजा गया। पुलिस ने मृत गायों का पोस्टमार्टम कराकर दफना दिया।

शुक्रवार की रात एक बजे हाईवे पर हरियाणा नंबर के एक कैंटर में गायों के भरे होने की सूचना गोरक्षक दल को मिली। कैंटर के नंबर के आधार पर उसे रोकने का प्रयास किया। गोरक्षक दल को देखकर तस्कर छटीकरा रोड होते हुए राधाकुंड की ओर भागे। गोरक्षकों ने राधाकुंड बाईपास पर गोतस्करों को नाकेबंदी कर कैंटर को रोकने की कोशिश की। तस्करों ने कैंटर को तेजी से दौड़ा दिया।

इसे देख गोरक्षकों ने भी उनका पीछा शुरू कर दिया। छाता में भी गोतस्करों का सामना गोरक्षक दल से हो जाने पर वे बरसाना की तरफ भागे, जहां उन्हें गोरक्षक चंद्रशेखर बाबा ने रोकने का प्रयास किया। इस पर गोतस्कर कैंटर को श्रीनगर गांव से करहला रोड पर होकर ले जाने लगे। गोरक्षकों को पीछा करते देख तस्करों ने फायरिंग कर दी।

करहला मोड़ पर पलटा कैंटर
गोरक्षकों द्वारा जवाब देने पर तस्करों के हाथ-पैर फूल गए और करहला मोड़ पर कैंटर पलट गया। अंधेरे का फायदा उठाकर गोतस्कर गोली चलाते हुए भाग गए। सूचना पर पहुंची पुलिस एवं गोरक्षक दल ने कैंटर में से 17 गायों को निकाला। इनमें 11 मृत मिलीं। अन्य को गोशाला भेजा। हरियाणा नंबर के कैंटर मालिक का पता किया जा रहा है। अज्ञात गोतस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृत गायों को दफनाकर अन्य को गोशाला भेजा है। -रामअबध यादव, कार्यवाहक थानाध्यक्ष, बरसाना

रात एक बजे से तड़के 4 बजे तक गोतस्करों का किया पीछा
गोरक्षक धीरज कौशिक, चंद्रशेखर महाराज व रवि शर्मा ने बताया कि शुक्रवार रात एक बजे कैंटर को रोका तो तस्करों ने फायरिंग कर कैंटर को बाईपास पर दौड़ा दिया। गोरक्षकों ने भी उनका पीछा शुरू कर दिया। तस्कर कैंटर को कुंजेरा रोड, छाता रोड होकर सहार, कमई, करहला से बरसाना-छाता रोड, आजनौंख पहुंच गए। यहां भी गोरक्षकों की बैरिकेडिंग देखकर उन्होंने तत्काल वापसी की और पीछा करते गोरक्षकों की गाड़ी से टक्कर मार दी। फिर करहला की ओर रुख कर दिया। करहला से पहले ही रास्ता बदलते समय करीब चार बजे तस्करों का कैंटर पलटकर गेहूं के खेतों में जा गिरा।

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