Monday, May 20, 2024
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जीएलए के छात्रों ने जाना लाल किला और इंडिया गेट का इतिहास

  • जीएलए दृश्टि क्लब के छात्रों ने किया दिल्ली का भ्रमण, स्मारकों का जाना इतिहास


मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के दृश्टि फोटोग्राफी क्लब के छात्रों ने नई दिल्ली का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान वहां के स्मारकों के इतिहास के पन्नों को पलटकर जानकारी हासिल की। साथ ही फोटोग्राफी में भी रूचि दिखाते हुए बेहतर फोटो कवर किए।

विदित रहे कि दृश्टि क्लब जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा गठित एक संस्था है। इस क्लब के माध्यम से विश्वविद्यालय में अध्ययनरत छात्र फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के गुर सीखते हैं। बीते दिन विश्वविद्यालय के छात्रों को नई दिल्ली का भ्रमण कराया गया। भ्रमण के दौरान छात्रों ने प्रसिद्ध स्मारक लाल किला, हुमांयु टाॅम और इंडिया गेट का भ्रमण किया। स्मारकों पर तैनात अधिकारियों से रूबरू होकर स्मारकों के बारे में जानकारी हासिल की। स्मारक अधिकारियों ने बताया कि लाल किले को दीवारों के लाल-लाल रंग के कारण कहा जाता है। इस ऐतिहासिक किले को वर्ष 2007 में युनेस्को द्वारा एक विश्व धरोहर स्थल चयनित किया गया था, जो कि देश की आन-बान शान और देश की आजादी का प्रतीक है।

हुमांयू टाॅम के बारे में छात्रों को जानकारी देते हुए अधिकारी ने बताया कि मुगल सम्राट हुमायूं का मकबरा है और इसमें हुमायूँ की कब्र सहित कई अन्य राजसी लोगों की भी कब्रें हैं। इस मकबरे में वही चारबाग शैली है, जिसने भविष्य में ताजमहल को जन्म दिया। 1993 में इस इमारत समूह को युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। वहीं नई दिल्ली के कर्तव्यपथ पर स्थित इंडिया स्वतन्त्र भारत का राष्ट्रीय स्मारक है, जिसे पूर्व में किंग्सवे कहा जाता था। इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियन्स ने तैयार किया था। यह स्मारक पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ से प्रेरित है। इसे सन् 1931 में बनाया गया था। मूल रूप से अखिल भारतीय युद्ध स्मारक के रूप में जाने वाले इस स्मारक का निर्माण अंग्रेज शासकों द्वारा उन करीब 90 हजार भारतीय सैनिकों की स्मृति में किया गया था जो ब्रिटिश सेना में भर्ती होकर प्रथम विश्वयुद्ध और अफगान युद्धों में शहीद हुए थे। इनके अलावा अन्य स्मारकों के बारे में भी छात्रों ने जानकारी हासिल की।

भ्रमण के दौरान सभी स्मारकों में अंदर प्रवेश कर जगह-जगह के 600 से अधिक सौंदर्य, भव्य, आर्कषण, शाही बनावट और अनूठी वास्तुकला के फोटो कवर किए। कवर किए फोटो को छात्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सोशल मीड़िया पर शेयर किया जा रहा है, जिससे अन्य लोग भी इन स्मारकों के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। भ्रमण के दौरान ही छात्रों की मुलाकात दिल्ली में दिग्गज कंपनियों में अपनी सेवाएं दे रहे अल्यूमिनाई हिमांशु मुद्गल, अमोल सिंह और नितेश से हुई। अल्यूमिनाई से भी छात्रों ने बहुत कुछ जानकारी एकत्रित की।

क्लब के मेंटर फैजुल हसन ने बताया कि जीएलए की दृश्टि फोटोग्राफी क्लब का मकसद छात्रों को फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी में दक्ष बनाना है। जिससे कि छात्र अपनी पढ़ाई के साथ-साथ हुनरमंद बनकर चहुंओर बेहतर फोटोग्राफी का जलवा बिखेर सकें। इसके अलावा छात्र फोटोग्राफी को अपना पेशा बनाकर भी आगे इस क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकते हैं। मेंटर फैजुल ने बताया कि कई अल्यूमिनाई दृश्टि क्लब से जुड़कर आज विभिन्न क्षेत्रों में सुंदर, आकर्षण और अनूठी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की छाप छोड़ रहे हैं। इस अवसर पर छात्र पार्थ धाकरे, सत्यम भगेल, यश सारस्वत, मयंक श्रीवास्तव, सजल शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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