Monday, May 20, 2024
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जीएलए के सिविल इंजी. विभाग में श्रेष्ठ वैज्ञानिकों का व्याख्यान

मथुरा : जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा आधुनिकतम शिक्षा और अनुसंधान के प्रति सदैव कटिबद्ध रहा है और इसी समर्पित कटिबद्धता में आगे कदम बढ़ाते हुए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई की उत्कृष्ट वैज्ञानिक डा. अर्चना शर्मा ने विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में अपना व्याख्यान दिया।

बीते दिनों जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में बीम तकनीकी के कृषि चिकित्सा पर्यावरण और औद्योगिक क्षेत्र के अनोखे सामाजिक अनुप्रयोग विषय पर एक व्याख्यान आयोजित हुआ। व्याख्यान में छात्रों से अपने विचार प्रकट करते हुए वैज्ञानिक डा. अर्चना शर्मा ने नाभिकीय और रेडिएशन तकनीकी के बहुआयामी सामाजिक उपयोगी पर बहुत ही विशद ज्ञानवर्धक और दिलचस्प चर्चा प्रस्तुत की।

उन्होंने बताया कि बीम तकनीकी एक रेडिशन- मुक्त तकनीकी संसाधन है, जिससे वह सभी मानव उपयोगी कार्य संपन्न हो सकते हैं जो कोबाल्ट 60 के द्वारा हो सकते हैं। उन्होंने प्रचंड प्लाज्मा पुंज से प्लास्टिक अपशिष्ट के प्रदूषण रहित निपटान की महत्त्वपूर्ण जानकारी दी उनका यह पुरजोर आग्रह था बड़े औद्योगिक और शिक्षा इलेक्टरों बीम एस इलेक्टरों बीम सेंटर अपने परिसर में स्थापित करें और इसके बहुआयामी व्यावसायिक फायदों से जनजीवन को समृद्ध करें।

उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षमताओं के इलेक्ट्रॉन बीम संयंत्र व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए उपलब्ध है और इनके प्रचालन और संरक्षण में बीएआरसी पूर्ण सहयोग देने हेतु वचनबद्ध है। भारतीय इलेक्ट्रॉन बीम संयंत्र सभी गुणवत्ता से युक्त है और 5 इलेक्ट्रॉन बीम संयंत्र क्रेता वर्ष की मुफ्त अनुरक्षण सेवा के मद्दे नजर काफी किफायती सिद्ध होगा।

इस अवसर पर डॉ अर्चना शर्मा के साथ बीएआरसी के 2 और प्रख्यात उत्कृष्ट वैज्ञानिक एवं जीसीएनईपी के पूर्व निदेशक श्रीकृष्ण गुप्ता और इंजीनियरिंग सर्विस प्रभा के पूर्व निदेशक डा. एच ऋषिकेश मिश्रा ने भी भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में हो रहे समाजोपयोगी तकनीकी विकास के विभिन्न आयामों पर प्रयोजननिष्ट वार्ताओं से जीएलए के शिक्षक समुदाय और छात्रों को अभिभूत किया।

जीएलए सिविल के रिसर्च विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर सुभाष त्रिपाठी ने बताया कि उच्च शिक्षा और शोध की दिशा में जीएलए विश्विद्यालय ने देश के विश्वविख्यात भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के सहयोग से कैंपस में कई आधुनिकतम विषयों पर बीआरएनएस प्रोजेक्ट पर कुशलता पूर्वक कार्य किया है और महत्व पूर्ण पेटेंट को प्रयोग करने की दिशा में पहल की है।

इस अवसर पर उपस्थित प्रो. उपकुलपति अनूप कुमार गुप्ता, डा. अनिरुद्ध प्रधान की उपस्थिति और उनका उत्साहवर्धक संदेश उल्लेखनीय रहा। इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, सरस्वती वंदना एवं सिविल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सुधीर गोयल द्वारा आमंत्रित अतिथि वैज्ञानिक वक्ताओं के स्वागत भाषण से हुई।

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